Sunday, November 28, 2010

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सुशासन का जनादेश

Posted: 28 Nov 2010 07:22 AM PST

बिहार में संपन्न हुए चुनाव शत-प्रतिशत शांति और निष्पक्ष चुनाव हुए इसमें कोई दो राय नहीं है।लालू के 15 सालों के विकास की गाथा के सामने 5 सालों का विकास कमाल कर गया….।इसमें कोई दो राय नहीं है कि नीतीश कुमारकी विकास लहर के सामने लालू यादव और रामविलास पासवान के गठबंधन की धज्जियां उड गईं।इसे जनमानस की अभिव्यक्ति मानने के आलावा किसी

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सोनिया दुनियां की ‘टॉप 10‘ हस्तियों में

Posted: 28 Nov 2010 06:56 AM PST

1968 में जब सोनिया माइनो इटली से इंदिरा गांधी के पुत्रा राजीव गाॅधी की जीवन संगिनी बनने पहली बार भारत आई थी तो लोगों ने उन्हे एक अजूबे की तरह देखा था। पहली बार दिल्ली आते वक्त सोनिया के पिता ने उन्हे वापसी का टिकट दिया था। वह टिकट अतीत के अंधियारे में आज कहा गुम हो शायद सोनिया को

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आखिर हम अखबार क्यों पढ़ें?

Posted: 28 Nov 2010 05:59 AM PST

मेरे एक मित्र हैं। कत्थक के अच्छे नृत्यकार हैं। उनसे एक दिन चर्चा चली। चर्चा समाचार पत्रों पर आ गई। वे बोले 'आजकल मैं समाचार पत्रा पढ़ता ही नहीं। समाचार पत्रा हिंसा, बलात्कार, दुर्घटनाओं एवं घोटालों से भरे हैं। इन्हें मैं क्यों पढ़ूं? फिर हंसते हुए बोले, 'इसमें से मैंने कुछ भी नहीं किया। इन दुर्घटनाओं में मेरा कोई योगदान

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पितृसत्ता के चक्रव्यूह में फंसी पंचायती राज व्यवस्था

Posted: 28 Nov 2010 04:44 AM PST

पितृसत्ता के चक्रव्यूह में फंसी पंचायती राज व्यवस्था: जनसंख्या के लिहाज से भारत के सबसे बडे़ तथा लगभग अस्सी फीसदी ग्रामीण जनता वाले राज्य उत्तर प्रदेश में दलित महिलाओं को पंचायत में आरक्षण तो मिल गया है लेकिन भारतीय समाज का कोढ़ समझी जाने वाली जातिवादी राजनैतिक बीमारी के बीच आज भी उन्हें अपने अस्तित्व एवं पहचान की लड़ाई लड़नी पड़

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Saturday, November 27, 2010

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बंगलादेश लोकतंत्र की राह पर

Posted: 27 Nov 2010 12:47 PM PST

हसीना के फिर से सत्ता में लौटने के कई परिणाम सामने आये हैं। पहला है भारत से बंगलादेश के रिश्तों में सुधार। बंगलादेश के सांस्कृतिक उत्थान के रास्ते भी खुले हैं। बंगलादेश के व्यापार में वृद्धि के चिन्ह दिखाई पड़ने लगे हैं। \

बेलगाम ,बेशर्म और बेगैरत होते टीवी शोज

Posted: 27 Nov 2010 12:13 PM PST

अभी रिएल्टी शो बिग बास की अश्लीलता ,गाली गलौज वाली भाषा की बतकुच्चन , शादी और सुहागरात तक को तमाशे के रूप में प्रस्तुत करके दिखाने सजाने की प्रवृत्ति से भारतीय समाज सुशिक्षित हो ही रहा था कि अचानक एक और खबर ने सबको चैंका दिया

भारत में नौकरियों की कौन सोचेगा

Posted: 27 Nov 2010 11:56 AM PST

ओबामा की भारत यात्रा सफल रही किन्तु किसके लिए, यह चिन्तन का विषय है। अमरीका में नौकरियां नहीं मिल रही है। आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है, व्यापारिक स्थिति भी। यही वजह है कि महामहिम ओबामा अपने देश के लिए काफी चिन्तित हैं। उनकी चिन्ता स्वाभाविक है। आर्थिक मंदी की मार अमरीका को हिला गई। कई बैंक बंद हुए। कई वित्तीय संस्थाएं भी दम तोड़ गई। शिक्षा के स्तर से भी वे चिन्तित हैं। भारत, चीन, जापान, कोरिया एवं सिंगापुर की स्थिति बेहतर होती जा रही है। भारत में 26 करोड़ आबादी गरीबी रेखा के नीचे गुजर बसर कर रही

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शोषित हो रहा है बचपन

Posted: 27 Nov 2010 11:25 AM PST

बच्चों को जीवन में सफलता पाने के लिए शारीरिक, मानसिक आत्मिक आदि विकास तत्वों की आवश्यकता होती है। इन सभी तत्वों के सामंजस्य तथा योगदान के चलते ही बच्चा अपने जीवन में पूर्णता को प्राप्त होता है। बच्चे का सर्वांगीण विकास तभी संभव है, जब वह शारीरिक दृष्टि से पूर्ण स्वस्थ, मानसिक दृष्टि से पूर्ण परिपक्व तथा आत्मिक दृष्टि से सशक्त तथा प्रखर हो। वास्तव में देखा जाए तो बच्चे के सर्वांगीण विकास का नाम ही शिक्षा है लेकिन बालक के जीवन की सफलता के लिए शारीरिक, मानसिक तथा आत्मिक सभी शक्तियां महत्त्वपूर्ण हैं। बच्चे के लिए शारीरिक शक्ति की

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Friday, November 26, 2010

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गुजरात जैसे ही बिहार ने भी विकास के लिए वोट करा

Posted: 25 Nov 2010 03:34 PM PST

ऐसा लगता था कि सदियों से राजा रानी वाली राजतंत्र की प्रशासन व्यवस्था में रह चुकी जनता ने लगभग साठ साल के गणतंात्रिक देश हिन्दुस्तान

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Thursday, November 25, 2010

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इंडिया या भारत: कहाँ हैं हम ?

Posted: 28 Oct 2010 12:34 AM PDT

आज फिर से कुछ लिकने की कोशिश कर रहा हूँ, हाथ कीबोर्ड की तरफ खुद ब खुद आ गए| शायद इन्हें भी लग रहा है

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सोनिया व राहुल गांधी के विरोध के निहितार्थ

Posted: 28 Oct 2010 12:18 AM PDT

सोनिया व राहुल गांधी के विरोध के निहितार्थ  : राजीव गांधी की 20 मई 1991 में हुई हत्या तथा उसे पश्चात हुए संसदीय चुनावों के बाद

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